मेरे इस ब्लॉग को आप मेरे कविता संग्रह के रूप में देखिये | मैं चाहता हूँ कि यदि कोई मेरी कविताएँ पढना चाहे तो उसे मेरी अधिकतर कविताएँ एक ही स्थान पर पढने को मिल जाएँ | आज के दौर में जब कि जल्दी-जल्दी कविता संग्रह का प्रकाशन संभव नहीं है, एक ऐसे प्रयास के ज़रिये अपने पाठकों तक पहुँचने की ये मेरी विनम्र कोशिश है | आप कविताओं के सदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया से मुझे अवश्य अवगत कराएँगे | मुझे प्रतीक्षा रहेगी | कविताओं के साथ प्रयुक्त सभी पेंटिंग्स अजामिल की हैं |

Sunday 22 March 2015

एक बार में एक





















जर्रा-जर्रा विभाजित होती दुनिया में
कृपया, एक बार में एक.

रोटियाँ - एक बार में एक
बोटियाँ - एक बार में एक
औरत - एक बार में एक
मर्द - एक बार में एक
बच्चे - एक बार में एक
ईश्वर - एक बार में एक
धर्म - एक बार में एक
कर्म - एक बार में एक
पाप - एक बार में एक
पुण्य - एक बार में एक
फल - एक बार में एक
अधिकार - एक बार में एक
न्याय - एक बार में एक
अन्याय - एक बार में एक
हथियार - एक बार में एक
हत्या - एक बार में एक
जीवन - एक बार में एक
कब्र - एक बार में एक
छत - एक बार में एक

एक बार में एक
एक पूर्ण व्यवस्था है
एक बार में दो, तीन, चार के विरूद्ध

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