मेरे इस ब्लॉग को आप मेरे कविता संग्रह के रूप में देखिये | मैं चाहता हूँ कि यदि कोई मेरी कविताएँ पढना चाहे तो उसे मेरी अधिकतर कविताएँ एक ही स्थान पर पढने को मिल जाएँ | आज के दौर में जब कि जल्दी-जल्दी कविता संग्रह का प्रकाशन संभव नहीं है, एक ऐसे प्रयास के ज़रिये अपने पाठकों तक पहुँचने की ये मेरी विनम्र कोशिश है | आप कविताओं के सदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया से मुझे अवश्य अवगत कराएँगे | मुझे प्रतीक्षा रहेगी | कविताओं के साथ प्रयुक्त सभी पेंटिंग्स अजामिल की हैं |

Tuesday 7 October 2014

छोटू

























पानी लाओ छोटू
पंखा चलाओ छोटू
खाना लगाओ छोटू
दवा उठाओ छोटू
बिस्तर बिछाओ छोटू

बाज़ार जाओ छोटू
सामान ले आओ छोटू
नीचे जाओ छोटू
ऊपर आओ छोटू
झाड़ू लगाओ छोटू
कुत्ता टहलाओ छोटू

चाय बनाओ छोटू
सर दर्द बहुत है प्यारे
बाम लगाओ छोटू
तैयार हो गयी मुनिया
स्कूल पहुंचाओ छोटू
बाग में जाओ छोटू
कोई पौधा सूख न जाये
पानी लगाओ छोटू
क्या कर रहे छोटू
कहाँ मर गए छोटू
लाईट जलाओ छोटू
लाईट बुझाओ छोटू
बंद करो ये टीवी-ईवी
जाओ सो जाओ छोटू
छोटू छोटू छोटू छोटू

बड़े-बड़ों की थकी-थकी दुनिया में
वाकई बड़े काम का है छोटू।

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